Weather Update Today: आज शनिवार को कानपुर, सहित आसपास के जिलों में बारिश का अलर्ट, मौसम विभाग का अपडेट

Weather Update Today: आज शनिवार को कानपुर, सहित आसपास के जिलों में बारिश का अलर्ट, मौसम विभाग का अपडेट

‎Weather Update Today: मौसम में एक बार फिर से बदलाव देखने काे मिला। शनिवार को सुबह से ही घने बादल छाए हैं। मानसून की टर्फ रेखा शनिवार को वापस गंगा के मैदानी क्षेत्र में लौट आई। इससे शुक्रवार सुबह हल्की वर्षा हुई तो शाम होते ही जोरदार बारिश देखने को मिली। आधे घंटे की तेज वर्षा के दौरान ही 25 मिमी पानी बरस गया है। मौसम विभाग ने शनिवार और रविवार को गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम वर्षा की चेतावनी जारी की है।

‎शुक्रवार शाम साढ़े सात बजे से ही बादलों का तेजी से आना शुरू हुआ और 10 से 20 मिनट के अंदर ही तेज वर्षा शुरू हो गई। मूसलाधार वर्षा का हाल यह रहा कि सड़कों पर पानी किसी नहर की तरह बहता दिखाई दिया। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम केंद्र में शाम साढ़े आठ बजे तक 25 मिमी वर्षा दर्ज की गई।

‎मानसून का बदला पैटर्न करा रहा असमान वर्षा

‎मानसून की अच्छी स्थितियों के बावजूद कानपुर और आसपास के क्षेत्र में असमान वर्षा का पैटर्न देखने को मिल रहा है। कहीं कम और कहीं ज्यादा बारिश की वजह से खेती-किसानी पर प्रतिकूल असर का खतरा है। मौसम के इस बदले पैटर्न की वजह भी अभी तक स्पष्ट नहीं है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार असमान वर्षा से किसानों की फसल खराब होगी और मौसम प्रतिकूलता या सूखाग्रस्त श्रेणी का मुआवजा भी नहीं मिल सकेगा। 

‎क्यों हो रही असमान वर्षा 

‎मौसम विशेषज्ञ डा. एसएन सुनील पांडेय के अनुसार असमान वर्षा की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं है। मानसून के बादलों ने जब पूरे उत्तर प्रदेश व उत्तर भारत में जोरदार वर्षा कराई तब भी औरेया, फर्रुखाबाद जैसे जिलों में कम वर्षा क्यों हो रही है। मानसून के बादल आए और वर्षा की स्थितियां भी बनीं लेकिन अपेक्षा के अनुरूप पानी नहीं बरस पाया। इसकी वजह स्थानीय स्तर पर मौसम में होने वाला बदलाव हो सकता है। हानिकारक रासायनिक गैसों के उत्सर्जन से ऐसा हो सकता है। हवा के झोंके के साथ फैक्ट्रियों से निकली गैसों के कारण आर्द्रता की स्थिति बदली और बादल बगैर बरसे आगे निकल गए।   

‎जिलों में अब तक हुई वर्षा का प्रतिशत 

‎इटावा – 129 प्रतिशत 

‎औरैया – 9 प्रतिशत 

‎कानपुर देहात – 24 प्रतिशत 

‎कानपुर – 22 प्रतिशत 

‎कन्नौज – 91 प्रतिशत 

‎फर्रुखाबाद – 14 प्रतिशत 

‎जालौन – 32 प्रतिशत 

‎हमीरपुर – 90 प्रतिशत 

‎झांसी – 68 प्रतिशत 

‎महोबा – 93 प्रतिशत 

‎फतेहपुर – 68 प्रतिशत 

‎बांदा – 10 प्रतिशत

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