Viral video: रील बनाने वाली शिक्षिका ने खोली विद्यालय की पोल, कहा-खाने में परोसे जा रहे कीड़े
बांदा। कस्तूरबा गांधी विद्यालय जसपुरा की शिक्षिका और वार्डन की कलह बढ़ती जा रही है। रील वायरल होने के बाद शिक्षिका यामिनी कौशल सोमवार को डीएम कार्यालय पहुंच कर वार्डन पर कई आरोप लगाए। उनका कहना है कि छात्राओं को कीड़ायुक्त खाना खिलाया जा रहा है। राशन बेच दिया जाता है। छात्राओं को खुले में नहाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इसका विरोध करने पर उन बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं।
बीएसए अव्यक्त राम तिवारी का कहना है कि शिक्षिका यामिनी कौशल ने जो आरोप लगाए हैं, उसकी जांच की जाएगी। जबकि जिला समन्वयक कहते हैं कि शिक्षिका के आरोपों की जांच की गई, जो सही नहीं पाए गए हैं। वहीं, वार्डर पूनम गुप्ता ने भी शिक्षिका के आरोपों को निराधार बताया है।
जसपुरा में संचालित कस्तूरबा विद्यालय में कक्षा छह से इंटर तक की करीब 250 छात्राएं पढ़ती हैं। कक्षा आठ तक कक्षाएं चलती हैं, जबकि कक्षा नौ से 12वीं तक की छात्राओं का हॉस्टल है। ये छात्राएं मधुसूदन इंटर कॉलेज में पढ़ती हैं। पिछले दिनों शिक्षिका यामिनी की सोशल मीडिया पर कई रील्स वायरल हुई थीं। इनमें विद्यालय की छात्राएं भी नजर आ रही हैं।
Exam Model Question Papers: प्रथम सत्र परीक्षा मॉडल प्रश्न पत्र कक्षा 1 से 5, यहाँ से करें डाउनलोड
प्रथम सत्र परीक्षा मॉडल प्रश्न पत्र कक्षा 6 से 8, यहाँ से करें डाउनलोड
सोशल मीडिया पर रील से संबंधित खबर वायरल हुई तो यामिनी वार्डन पूनम गुप्ता के विरोध में आ गईं। सोमवार को जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर आरोप लगाया कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। छात्राओं को संगीत और नृत्य सिखाने के लिए उन्होंने वीडियो बनाया था, लेकिन उसको विद्यालय की वार्डन ने मेरे अकाउंट से वायरल कर दिया। कहा कि विद्यालय की अनियमितता उजागर न करूं इसलिए वार्डन उनकी खिलाफत कर रही हैं।
शिक्षिका यामिनी ने आरोप लगाया कि विद्यालय में छात्राओं को प्रताड़ित किया जा रहा है। नौ से 12 तक की छात्राएं सुबह बिना नाश्ता किए भूख पेट विद्यालय जाती हैं। विद्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, फिर भी खुले में छात्राओं को नहाने के लिए मजबूर किया जाता है। उनके खाने में कीड़े निकलते हैं। उनके हिस्से का राशन बेच दिया जाता है। विरोध करने पर वार्डन पूनम शिक्षिकाओं को बदनाम करने की साजिश कर रही हैं।
वहीं, वार्डेन पूनम गुप्ता का कहना है कि शिक्षिका के आरोप निराधार हैं। भोजन की गुणवत्ता की रोजाना जांच की जाती है। जिले के सभी विद्यालयों का ग्रुप बना है। भोजन चखने के बाद ही छात्राओं को परोसा जाता है।
कोट —
कस्तूरबा विद्यालय जसपुरा में मौके पर जांच की गई है। अव्यवस्थाओं से संबंधित कोई शिकायत सही नहीं मिली है। रील बनाने का मामला जरूर सही पाया गया है। रिपोर्ट बनाकर महानिदेशक को भेजी गई है। उनके निर्देश पर कार्रवाई की जाएगी।
- आदर्श दीक्षित, जिला समन्वयक, कस्तूरबा विद्यालय, बांदा
फोटो 22 -कलक्ट्रेट में डीएम के यहां ज्ञापन लेकर पहुंचीं शिक्षिका यामिनी कौशल।-संवाद
फोटो 23 – पूड़ी में चिपका कीड़ा। स्रोत: शिक्षिका
फोटो 24 सब्जी में पड़ी सूड़ी। स्रोत: शिक्षिका