UP News : ये काम नहीं हुआ तो रुकेगा बीएसए और डीआईओएस का वेतन
यू-डायस पोर्टल पर अभी भी कक्षा एक से कक्षा सात तक के उत्तीर्ण पांच लाख विद्यार्थी ड्रापबॉक्स में दिखाई दे रहे हैं। अभी तक परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों ने इन्हें इंपोर्ट नहीं किया है यानी यह नहीं पता चल पा रहा है कि आखिर यह एक कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद अगली कक्षा में कहां गए। ऐसे में अब इनका निस्तारण 24 घंटे में न हुए तो संबंधित जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) व जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) का वेतन रोका जाएगा।
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स्कूली शिक्षा महानिदेशालय की ओर से बड़ी संख्या में ड्रापबॉक्स में दिख रहे छात्रों के मामले में सख्त नाराजगी जताई गई है। आखिर इन छात्रों का डाटा क्यों नहीं अपडेट किया गया। तमाम बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ाई करने के बाद अगली कक्षा में किसी एडेड या फिर निजी स्कूल में चले गए लेकिन विद्यालय के प्रधानाध्यापक की ओर से यह पता नहीं लगाया गया कि आखिर इन्होंने कहां किस विद्यालय में अपना एडमिशन कराया है।
उन्होंने अपने विद्यालय में अगली कक्षा में प्रवेश न लेने वाले इन विद्यार्थियों को ड्रापबॉक्स में डाल दिया है। यह भी संभावना जताई जा रही है कि इन विद्यार्थियों ने बीच में ही पढ़ाई छोड़ दी हो। फिलहाल, परिषदीय स्कूलों से गायब हुए इन विद्यार्थियों की तहकीकात कर इनकी जानकारी अपडेट करनी होगी। शुक्रवार तक अगर यह कार्य पूरा न हुआ तो संबंधित जिले के बीएसए व डीआईओएस का वेतन रोक दिया जाएगा।
सिर्फ 20 प्रतिशत छात्रों की ही प्रेरणा पोर्टल पर दर्ज हो रही हाजिरी
वहीं परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में दिए गए टैबलेट का उपयोग करने में शिक्षक परहेज कर रहे हैं। प्रतिदिन छात्रों की उपस्थिति प्रेरणा पोर्टल पर दर्ज करने में वह आनाकानी कर रहे हैं। मात्र 20 प्रतिशत विद्यार्थियों की ही हाजिरी पोर्टल पर दर्ज की जा रही है। ऐसे में स्कूली शिक्षा महानिदेशालय की ओर से इस पर सख्त नाराजगी जताई गई है।
छात्रों की उपस्थिति ऑनलाइन उपलब्ध कराएं
प्रदेश में 132827 परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में से मात्र 27446 विद्यालय ही प्रेरणा पोर्टल पर छात्रों की उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं। कुल 1.29 करोड़ विद्यार्थियों में से 26.63 लाख विद्यार्थियों की ही प्रेरणा पोर्टल पर हाजिरी दर्ज की जा रही है। आजमगढ़ में 0.67 प्रतिशत, बदायूं में 0.17 प्रतिशत, सिद्धार्थ नगर में 1.55 प्रतिशत, बस्ती में 1.97 प्रतिशत, श्रावस्ती में 1.54 प्रतिशत, बहराइच में 1.78 प्रतिशत, गोंडा में 1.57 प्रतिशत और महाराजगंज में 0.39 प्रतिशत छात्रों की हाजिरी ही दर्ज की जा रही है। सभी मंडलों के सहायक शिक्षा निदेशकों व सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह प्रेरणा पोर्टल पर छात्रों की उपस्थिति ऑनलाइन उपलब्ध कराएं। जिलों में इसे लेकर सख्ती की जाए।









