UP में एक शिक्षक वाले चार हजार विद्यालयों को जल्द मिलेंगे टीचर, प्रदेश में संचालित हैं 1.30 लाख परिषदीय स्कूल
लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग basic shiksha vibhag ने उन परिषदीय विद्यालयों vidyalaya में शिक्षकों Teacher की कमी दूर करने की तैयारी शुरू कर दी है, जहां केवल एक ही शिक्षक कार्यरत है। प्रदेश में ऐसे करीब 4 हजार विद्यालय vidyalaya हैं।विभाग ने इनके लिए जिले के भीतर (अंतरजनपदीय) समायोजन का प्रस्ताव तैयार किया है। अब हर जिले में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक समिति बनेगी, जो यह तय करेगी कि किन विद्यालयों vidyalaya में शिक्षक अधिक हैं और किन्हें अतिरिक्त शिक्षक teacher की जरूरत है। जिन स्कूलों School में शिक्षक ज्यादा हैं, वहां से उन्हें एकल शिक्षक वाले विद्यालयों vidyalaya में भेजा जाएगा।
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शिक्षा मंत्रालय की हाल ही में राज्यों के लिए जारी रिपोर्ट report के अनुसार, देश Desh में सबसे अधिक एकल शिक्षक विद्यालय vidyalaya आंध्र प्रदेश (12,912) में हैं, जबकि उत्तर प्रदेश UP (9,508) दूसरे स्थान पर है। हालांकि, बेसिक शिक्षा विभाग basic shiksha vibhag का कहना है कि विभाग के अपने आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में लगभग 4 हजार विद्यालय vidyalaya ही ऐसे हैं जहां केवल एक शिक्षक teacher है।
शिक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट report में बताया गया कि यूपी up में 81 विद्यालयों vidyalaya में एक भी छात्र नामांकित नहीं है। इस पर विभागीय अधिकारियों का कहना है कि 50 से कम नामांकन वाले विद्यालयों vidyalaya को मर्ज Marge (विलय) करने के बाद अब कोई भी ऐसा परिषदीय विद्यालय vidyalaya नहीं बचा है जहां शून्य नामांकन हो।
साथ ही, मंत्रालय की रिपोर्ट report में निजी विद्यालयों vidyalaya के आंकड़े भी शामिल हैं। प्रदेश में 1.30 लाख परिषदीय विद्यालय vidyalaya संचालित हैं, जिनमें 4,59,490 शिक्षक teacher कार्यरत हैं। राज्य में प्राथमिक विद्यालयों में औसतन 30 बच्चों पर एक शिक्षक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों vidyalaya में 35 बच्चों पर एक शिक्षक Teacher तैनात हैं।








