‎समायोजन 3.0: स्थिति, चुनौतियाँ और भविष्य की रूपरेखा

‎समायोजन 3.0: स्थिति, चुनौतियाँ और भविष्य की रूपरेखा

‎*समायोजन 3.0: स्थिति, चुनौतियाँ और भविष्य की रूपरेखा*

‎*(वेब आधारित तथ्यों के आधार पर विस्तृत विश्लेषण)*

‎ 📉 *सरप्लस शिक्षकों में भारी कमी: समायोजन 2.0 का मुख्य बदलाव*

‎1. *नीतिगत परिवर्तन*:

‎ – समायोजन 2.0 में *150 से कम छात्रों* वाले प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों (HMs) को सरप्लस घोषित करने का नियम हटा दिया गया। अब केवल *मर्जर/कंपोजिट स्कूलों* में एक से अधिक HMs होने पर ही सरप्लस माना जाएगा ।

‎ – परिणाम: सरप्लस HMs की संख्या *39,536 (समायोजन 1.0)* से घटकर नगण्य हो गई है।  ‎

‎2. *विवादास्पद कारण*:

‎कई जनपदों में HMs को “स्वेच्छा” से उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित किया गया, जिसे *पदावनति* माना जा रहा है। इलाहाबाद HC में याचिका दायर है (WPIL/452/2025) ।

‎⚖️ *कानूनी अवरोध: सरप्लस समायोजन पर रोक* ‎

‎– *मुख्य मुद्दा*:

‎ – उच्च प्राथमिक विद्यालयों में समायोजन हेतु *UPTET (कक्षा 6-8)* अनिवार्य है। मद्रास HC के आदेश और SC में लंबित SLP 1390/2025 के कारण समायोजन प्रक्रिया अटकी है ।  ‎

‎– *वर्तमान स्थिति*:

‎ – समायोजन 2.0 की सूची जारी हो चुकी है, लेकिन कई जिलों में *कोर्ट के आदेशों* के कारण समायोजन निलंबित है।

‎ 📋 *डेफिसिट लिस्ट की समस्याएँ: अवास्तविक आँकड़े* ‎

‎1. *छात्र-शिक्षक अनुपात (PTR) का विवाद*:

‎ – विभाग द्वारा जारी डेफिसिट सूची में कई विद्यालयों को *अपर्याप्त शिक्षक* दिखाया गया, जबकि वास्तविकता अलग है। 

‎ – उदाहरण: गोंडा के 82 स्कूलों में छात्र संख्या <30, फिर भी उन्हें “पूर्ण स्टाफ” दर्शाया गया ।

‎2. *तकनीकी त्रुटियाँ*:  ‎

‎ – NIC पोर्टल पर डेटा अपडेट न होने के कारण सैकड़ों स्कूलों की वास्तविक ज़रूरतें गलत दर्ज़ हैं । ‎

‎ ⚠️ *समायोजन 3.0 की संभावित चुनौतियाँ*

‎1. *कानूनी झंझट*:

‎ – यदि समायोजन 3.0 में सरप्लस शिक्षकों को *गैर-समकक्ष पदों* पर भेजा गया, तो HC/SC में नई याचिकाएँ दायर होंगी। ‎

‎2. *राजनीतिक दबाव*:

‎ – शिक्षक संघों (जैसे *टीम मिशन प्रमोशन*) ने धमकी दी है कि वे पदोन्नति के अधिकारों के लिए आंदोलन तेज़ करेंगे ।

‎💡 *शिक्षकों के लिए रणनीति: “निर्भीक और निश्चिंत” रहने के कारण*  ‎

‎1. *अफवाहों से बचें*:

‎ – सोशल मीडिया पर फर्जी स्क्रीनशॉट्स (जैसे “समायोजन 3.0 सूची जारी”) वायरल हो रहे हैं। केवल [बेसिक शिक्षा पोर्टल](https://basiceducation.up.gov.in) पर विश्वास करें ।

‎2. *कानूनी तैयारी*:

‎ – यदि समायोजन गलत है, तो जिला BSA को ईमेल भेजें। न मिले न्याय तो **RTI दाखिल** करें या **HC में जनहित याचिका** का समर्थन करें।

‎3. **व्यावहारिक सुझाव**:

‎ – अपने विद्यालय में **छात्र संख्या और शिक्षकों के डेटा** का डॉक्यूमेंटेशन करें (फोटो/वीडियो के साथ)। ‎

‎ – **मानव संपदा पोर्टल** पर प्रोफाइल नियमित अपडेट करें।

‎🔮 **भविष्य की रूपरेखा: “घोड़ा दूर न मैदान”**

‎– **समायोजन 3.0 का अनुमान**:

‎ – अक्टूबर 2025 तक जारी होने की संभावना, लेकिन SC का फैसला आने तक **सब कुछ अनिश्चित**। ‎

‎– *नयायिक समाधान*:

‎ – यदि SC, SLP 1390/2025 में UPTET अनिवार्यता को बरकरार रखता है, तो समायोजन 2.0/3.0 के हजारों आदेश *रद्द* हो सकते हैं ।

‎> 🌟 *निष्कर्ष*:

‎> “समायोजन 3.0 की लड़ाई अभी कोर्ट के गलियारों में लड़ी जाएगी। शिक्षकों के लिए सबसे बेहतर रणनीति है: **काम पर ध्यान दें, अफवाहों पर नहीं**। जैसा कि आपने कहा – ‘जब जो होगा, तब देख लीजिएगा’। फिलहाल, अपनी सेहत का ख्याल रखें… क्योंकि सेब/अनार का जूस वाकई **महंगा** है! 😄”

‎*📌 स्रोत*:

‎1. [बेसिक शिक्षा परिषद नोटिफिकेशन](https://basiceducation.up.gov.in)

‎2. [इलाहाबाद HC केस: WPIL/452/2025](https://ahc.nic.in)

‎3. [टीम मिशन प्रमोशन का विश्लेषण](https://basicshikshakhabar.com)

‎*#समायोजन3 #शिक्षक_अधिकार #UPTET*

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