युवाओं के लिए बड़ा मौका! बिजनेस शुरू करने के लिए यूपी सरकार दे रही पैसे, ब्याज भी नहीं लगेगा
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत एमएसएमई विभाग ने ऋण वितरण में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। अब तक 9300 युवाओं को ऋण मिला है जबकि मार्च तक 90700 और युवाओं को ऋण देना है। 129852 आवेदनों में से 94477 बैंक शाखाओं को भेजे गए हैं लेकिन केवल 21821 स्वीकृत हुए हैं। हर जिले में विशेष अधिकारी तैनात किए गए हैं।
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान का लक्ष्य पूरा करने के लिए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग (एमएसएमई) ने ऋण वितरण के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। अभियान के तहत अभी तक केवल 9,300 युवाओं को ऋण वितरित किया जा सका है, जबकि लक्ष्य पूरा करने के लिए मार्च माह में 90,700 और युवाओं को ऋण वितरित किया जाना है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। अभियान के तहत अभी तक एमएसएमई विभाग को प्रदेशभर से कुल 1,29,852 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें से 94,477 आवेदनों को ऋण देने के लिए भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक आफ बड़ौदा, यूनियन बैंक आफ इंडिया, इंडियन बैंक व केनरा बैंक की विभिन्न शाखाओं को भेजा जा चुका है।
विशेष अधिकारी की तैनाती
अभी तक मात्र 21,821 आवेदनों को ही ऋण देने के लिए स्वीकृत किया है, जिसके सापेक्ष 9,300 युवाओं को ऋण वितरित किए जा चुके हैं फिलहाल विभाग ने ऋण वितरण के कार्यों में तेजी लाने के लिए हर जिले में एक-एक विशेष अधिकारी की तैनाती करनी शुरू कर दी है। इन्हें विभाग के पास अभियान के तहत आने वाले आवेदनों को पूरा कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।बीते दिनों बैंकों के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में बैंकों के प्रतिनिधियों ने कहा था कि ज्यादातर आवेदन अधूरे आ रहे हैं। उनके दस्तावेज पूरा करने में समय लग रहा है। अगर सभी दस्तावेजों को संलग्न करके आवेदनों को स्वीकृत किया जाए तो ऋण वितरण के कार्य में देरी नहीं होगी।
बिना ब्याज व गारंटी के 5 लाख तक ऋण
अभियान की शुरूआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश दिवस के मौके पर 24 जनवरी को की थी। इसके तहत युवाओं को अपना उद्यम शुरू करने के लिए बिना ब्याज व गारंटी के पांच लाख रुपये का तक ऋण दिया जा रहा है। चार वर्षों के भीतर इस ऋण को चुकाने पर बिना ब्याज व गारंटी के युवा दोबारा 7.5 लाख रुपये का तक ऋण ले सकते हैं।