Family ID Card : UP में अब फैमिली आईडी होगी नई पहचान, इस जिले में 9 हजार आवेदन हुए स्वीकृत
Family ID UP : उत्तर प्रदेश में अब हर परिवार के लिए एक नई पहचान होगी – फैमिली आईडी। राशन कार्ड से वंचित परिवारों के लिए यह पहल शुरू की गई है। बलिया में सीडीओ की ओर से इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है। इसके तहत ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में जिस परिवार के पास कोई राशन कार्ड नहीं है इनका फेमिली आइडी जारी किया जा रहा है।
Family ID Card
एक परिवार एक पहचान के तहत अब राशन कार्ड से वंचित प्रत्येक परिवार के लिए फेमिली आइडी जारी किया जा रहा है। इसके तहत जनपद के सभी तहसील और ब्लाक क्षेत्र में फेमिली आइडी का पंजीयन जारी है। पिछले महज एक सप्ताह में ही जनपद में नौ हजार पंजीयन किया गया है। इनमें सर्वाधिक सीयर ब्लाक में 1080 पंजीयन हुआ है।
इसके लिए यहां 1292 आवेदन किया गए थे लेकिन 173 आवेदन अस्वीकृत होने के बाद 1080 स्वीकृत हुआ है। जबकि नगरा ब्लाक में 1072, मनियर में 731 और रसड़ा में 723 फैमिली आइडी पंजीकृत किया गया है। इनका जल्द ही ब्लाक प्रशासन द्वारा फेमिली आइडी जारी कर दिया जाएगा।
सीडीओ की ओर से की जा रही मॉनिटरिंग
बलिया में सीडीओ की ओर से इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है। इसके तहत ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में जिस परिवार के पास कोई राशन कार्ड नहीं है, इनका फेमिली आइडी जारी किया जा रहा है। यह आधार कार्ड के ओटीपी से लिंक करने के बाद ऑनलाइन जेनरेट होगा और करीब एक पखवारे बाद संबंधित तहसील व ब्लॉक स्तरीय अधिकारी से स्वीकृति के बाद जारी किया जाएगा।
एडीओ पंचायत मनोज सिंह ने बताया कि फेमिली आइडी का पंजीयन तेजी से जारी है। जिले में 9396 फेमिली कार्ड स्वीकृत, 3019 हुए अस्वीकृत है।
जारी किए जा रहे फैमिली आइडी कार्ड
जिला सांख्यिकी अधिकारी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि जनपद के सभी 17 ब्लॉक और तहसील के नगरीय क्षेत्र में एक परिवार एक पहचान के तहत फेमिली आइडी जारी किया जा रहा है। इसके लिए पंजीयन और सत्यापन का कार्य तेजी से जारी है। जनपद में अभी तक करीब 9396 फेमिली कार्ड पंजीकृत कर स्वीकृत हो चुके हैं। जबकि 3019 अस्वीकृत किए गए हैं।
38 हजार किसानों का रजिस्ट्रेशन होना बाकि
वहीं जिले में एक महीने के लगातार प्रयास के बाद फार्मर रजिस्ट्रेशन करीब 18 प्रतिशत ही हो पाया है। कुल 47 हजार से अधिक किसानों का रजिस्ट्रेशन होना है। जबकि एक महीने में करीब नौ हजार किसानों का ही रजिस्ट्रेशन हो पाया है। अगर ऐसे ही चलता रहा तो किसानों की बड़ी तादाद किसान सम्मान निधि से वंचित हो जाएगी।
2024 के अंतिम सप्ताह में बैरिया तहसील क्षेत्र में किसानों का फार्मर रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ था किंतु सर्वर का प्राब्लम व मोबाइल संबंधी दिक्कत के कारण किसानों का पंजीकरण अपेक्षित गति नहीं पकड़ पाया है।
किसानों ने लेखपाल पर लगाए आरोप
वहीं किसानों का आरोप है कि लेखपाल इस कार्य के प्रति पूरी तरह उदासीन हैं, नेटवर्क व सर्वर एक बहाना मात्र है। बैरिया के किसान राजकुमार सिंह, रामपुर के ददन पांडेय, दिनेश पांडेय, दलन छपरा के किसान विद्या सागर यादव, श्रीपतिपुर के किसान पीयूष सिंह, धतूरी टोला के किसान शंकर सिंह आदि का कहना है कि लेखपाल बिल्कुल ही इस कार्य में रुचि नहीं ले रहे हैं।