सीएम योगी ने डीबीटी के माध्यम से 487 करोड़ सीधे अभिभावकों के खाते में भेजे
सीएम योगी ने डीबीटी के माध्यम से परिषदीय विद्यालयों के कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों के अभिभावको के खाते में 487 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए। इसके अलावा 66 मुख्यमंत्री अभ्युदय विद्यालय का शिलान्यास किया और 139 कस्तूरबा विद्यालय का लोकार्पण किया। इसके साथ ही विद्यालयों के प्रधानाचार्य को टैबलेट एवं प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया गया। सोमवार को लोकभवन सभागार में बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित एक भव्य कार्यक्रम उन्होंने 3300 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शुभारंभ किया। सीएम योगी ने शिक्षा के क्षेत्र में पिछले आठ वर्षों में हुए अभूतपूर्व बदलावों की सराहना की और भविष्य के लिए बेसिक शिक्षा परिषद के कार्यों के एक नए मॉडल की रूपरेखा प्रस्तुत की। सीएम योगी ने कहा कि ऑपरेशन कायाकल्प, मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालय और निपुण आकलन जैसे कार्यक्रमों के साथ उत्तर प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में एक नया इतिहास रच रहा है।
बेसिक शिक्षा परिषद के अंतर्गत प्रदेश के 139 उच्चीकृत कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के नवनिर्मित भवनों व अतिरिक्त डॉरमेट्री का लोकार्पण किया। साथ ही सीएम योगी ने 43 मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालयों एवं 66 मुख्यमंत्री अभ्युदय कम्पोजिट विद्यालयों का शिलान्यास भी किया। इस दौरान उन्होंने ड्रेस, स्वेटर, स्कूल बैग, जूता-मोजा एवं स्टेशनरी क्रय हेतु प्रति छात्र-छात्रा ₹1,200 की धनराशि उनके अभिभावक के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित किया।
शिक्षक और छात्र का अनुपात हर हाल में बनाए रखा जाएगा
मुख्यमंत्री ने शिक्षकों की भूमिका पर विशेष जोर देते हुए कहा कि शिक्षक और छात्र का अनुपात हर हाल में बनाए रखा जाएगा। शिक्षकों की कमी नहीं होगी। हर विद्यालय में पर्याप्त शिक्षक होंगे, ताकि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले। उन्होंने बीएड और एमएड के छात्रों को निपुण आकलन कार्यक्रम में शामिल करने का सुझाव दिया, ताकि उन्हें फील्ड अनुभव मिले और वे स्मार्ट क्लास और डिजिटल लाइब्रेरी जैसी आधुनिक सुविधाओं से परिचित हो सकें। सीएम योगी ने कहा कि यह उनके लिए एक नया अनुभव होगा और शिक्षा की गुणवत्ता को और बेहतर बनाएगा।