यूपी में एक लाख स्कूल बंद, हजारों का मर्जर, सपा का दावा, शिक्षा मित्रों की नौकरी चली जाएगी, विलय का मामला संसद में उठाया

यूपी में एक लाख स्कूल बंद, हजारों का मर्जर, सपा का दावा, शिक्षा मित्रों की नौकरी चली जाएगी, विलय का मामला संसद में उठाया

‎उत्तर प्रदेश में सरकारी स्कूलों के मर्जर का मुद्दा बुधवार को लोकसभा में उठाते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसदों ने मांग की कि केंद्र सरकार को इस दिशा में अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए इससे जुड़े आदेश को वापस कराना चाहिए। सपा के धर्मेंद्र यादव ने शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए दावा किया कि उत्तर प्रदेश में एक लाख से अधिक सरकारी स्कूल बंद किए जा रहे हैं और कई हजार स्कूलों का विलय किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि एक तरफ प्रदेश में स्कूलों को बंद किया जा रहा है, वहीं 27 हजार से अधिक शराब की दुकानें उन इलाकों में खोल दी गई हैं।

‎धर्मेंद्र ने कहा कि उत्तर प्रदेश में गरीब, किसान, पिछड़े, अदिवासियों और दलितों के बच्चों को शिक्षा से वंचित नहीं किया जाए। अगर स्कूल बंद किए गए तो समाजवादी पार्टी ‘पीडीए’ पाठशाला चलाएगी। अगर गरीबों के बच्चों को शिक्षा से वंचित किया गया तो हम आंदोलन चलाएंगे लेकिन स्कूल बंद नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा बजट में केंद्र सरकार का भी पैसा है, इसलिए केंद्र सरकार अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकती। समाजवादी पार्टी ‘पीडीए’ शब्द का इस्तेमाल पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों के लिए करती है।

‎सपा की सदस्य प्रिया सरोज ने उत्तर प्रदेश सरकार से उक्त निर्णय को तुरंत वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि पहले ही उत्तर प्रदेश में महिलाओं की पढ़ाई की दर कम है। उन्होंने दावा किया कि करीब 28 लाख बच्चों ने स्कूल जाना छोड़ दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि स्कूलों को बंद किये जाने से ढाई लाख शिक्षकों और स्कूली कर्मचारियों की नौकरी खतरे में पड़ जाएगी।

‎उन्होंने कहा कि मैं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 5,000 स्कूलों को बंद किये जाने के निर्णय का विरोध करती हूं। सपा के लालजी वर्मा ने कहा कि प्रदेश में प्राथमिक विद्यालय बंद किये जाने से गरीब बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पाएगी और इन स्कूलों में कार्यरत रसोइयों का रोजगार छिन जाएगा तथा शिक्षा मित्रों की नौकरी चली जाएगी। उन्होंने केंद्र से अनुरोध किया कि इन विद्यालयों को बंद नहीं होने दिया जाए।

‎सपा के राम शिरोमणि वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विद्यालय विलय नीति के नाम पर प्रदेश सरकार द्वारा कई हजार विद्यालय अंधाधुंध तरीके से बंद किये जा रहे हैं, जिससे राज्य में बच्चों की शिक्षा के अलावा हजारों परिवारों की रोजी-रोटी खतरे में पड़ गई है।

‎उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश सरकार के इस निर्णय से करीब साढ़े तीन लाख बच्चे प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में करीब 5,000 विद्यालय बंद किये जा रहे हैं और इसे लेकर पूरे प्रदेश में जनाक्रोश है। सपा के नरेशचंद्र पटेल और नीरज मौर्य ने भी इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि स्कूलों के विलय से ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों, विशेष रूप से बालिकाओं के लिए विद्यालय दूर हो जाएंगे और उनकी पढ़ाई मुश्किल हो जाएगी। उन्होंने सरकार से इस आदेश को वापस लिए जाने का अनुरोध किया। सपा के विजय कुमार दोहरे ने भी प्राथमिक विद्यालयों के ‘विलय’ का मुद्दा उठाया और कहा कि इससे शिक्षा व्यवस्था बर्बाद हो जाएगी।

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