कमर पर बैग, हलक में जान! सहारनपुर में बरसाती नदी पार कर स्कूल जा रहे छात्र, वायरल
बरसात का मौसम जहां गर्मी से परेशान लोगों के लिए राहत लेकर आता है, वहीं कुछ लोगों के लिए यह आफत बन जाता है. सहारनपुर में भी हाल ऐसा हि है, जहां हर साल बरसात के दौरान लोगों को अपने गांव से बाहर निकलने के लिए भी सोचना पड़ता है. यह क्षेत्र है सहारनपुर के बेहट का, जहां बरसाती नदियां बहती हैं. पहाड़ों पर हो रही बरसात का पानी इन नदियों में आता है, जिससे सैकड़ों गांवों का संपर्क मुख्यालय से कट जाता है और ग्रामीण सुविधाओं से वंचित हो जाते हैं.
इस बार इन बरसाती नदियों के कारण छात्रों को स्कूल जाने के लिए भी काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. ताजा वीडियो सहारनपुर बेहट विधानसभा के गांव मंझाड़ी से रसूलपुर के बीच पड़ने वाली बरसाती नदी का है, जिसमें पहाड़ों पर हो रही बरसात का अचानक से पानी आने से कई गांवों का संपर्क टूट गया और स्कूल जा रहे छात्र जान जोखिम में डालकर उस नदी को पार करते हुए दिखाई दिए।
भारी बारिश से स्थिति हुई खराब
छात्रों को स्कूल जाने के लिए इस नदी को पार करना पड़ता है. आम दिनों में तो आना-जाना बिल्कुल आसान होता है. लेकिन बारिश के मौसम में नदी की धार तेज हो जाती है. पहाड़ों में भारी बारिश होने के बाद पानी लबालब भर जाता है और इसी हालत में छात्रों और शिक्षकों को स्कूल तक जाना पड़ता है. अपने कपड़ों को मोड़कर या बैग में रखकर हाथ में चप्पल लेकर ये छात्र किसी तरह से नदी पार कर स्कूल पहुं चते हैं.
हर साल की यही कहानी
आपको बता दें कि जब बरसाती नदियां उफान पर आ जाती हैं, तब विधायक, नेता, अधिकारी सिर्फ आश्वासन देकर चले जाते हैं, लेकिन धरातल पर आज तक कोई काम नहीं हुआ. इतना ही नहीं, बरसाती नदियों की चपेट में आकर कई ग्रामीणों की मौत भी हो चुकी है. वहीं, एक ओर जहां प्रदेश सरकार शिक्षा को बेहतर बनाने की बात कर रही है, वहीं दूसरी ओर घर से निकलकर स्कूल तक जाने के रास्तों का इतना बुरा हाल है कि छात्रों को स्कूल तक जाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालनी पड़ रही है. जब छात्रों का वीडियो परिजनों तक पहुंचा, तो उनके भी होश उड़ गए और उन्होंने अपने बच्चों को बरसात के मौसम में स्कूल ना भेजने की बात कही।