जिले के 1330 विद्यालयों में सरप्लस हैं शिक्षक व प्रधानाध्यापक
बेसिक शिक्षा विभाग ने सरप्लस शिक्षक व प्रधानाध्यापकों को रिक्त पद वाले विद्यालयों के भेजने का निर्णय लिया है। इसके लिए उन्हें ऑनलाइन विद्यालय चुनने का विकल्प दिया गया है जिले में अब तक लगभग 200 लोगों ने ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी करने अपने आवेदन जमा कर दिये हैं। बेसिक शिक्षा परिषद ने लगभग 1330 परिषदीय विद्यालयों में सरप्लस शिक्षक/प्रधानाध्यापक चिन्हित किये हैं।
इसमें से 143 विद्यालयों में करीब 250 सहायक अध्यापक अधिक हैं। वहीं 167 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में लगभग 240 शिक्षक अधिक हैं। इसके अलावा 980 प्राथमिक और 38 उच्च प्राथमिक विद्यालयों प्रधानाध्यापक सरप्लस हैं। इन सरप्लस शिक्षक व प्रधानाध्यापकों को रिक्त पद वाले विद्यालयों में समायोजित करने के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं।
इसकी हार्डकापी बेसिक शिक्षा कार्यालय में जमा करना है। एक शिक्षक को पहले 10 विद्यालय चुनने का आप्शन दिया गया था। बाद में इसे बढ़ाकर 25 विद्यालय कर दिया गया। छात्र संख्या बना है मानक प्राथमिक विद्यालयों में 150 छात्रों तक सहायक अध्यापक रखने का नियम है। 151 छात्रसंख्या पर एक प्रधानाध्यापक और पांच सहायक अध्यापक रखा जाना है।
वहीं जूनियर विद्यालयों में सौ छात्र संख्या तक तीन सहायक अध्यापक रखना है। जूनियर में 101 से अधिक छात्र संख्या होने एक प्रधानाध्यापक और तीन सहायक अध्यापक रखने का नियम है दो सौ आवेदकों ने किया है ऑनलाइन आवेदन जिले के अंदर समायोजन के लिए 28 जून को शाम तक लगभग दो सौ आवेदकों ने ऑनालाइन आवेदन किया था। इसमें से अधिकांश ने अपनी हार्डकापी बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जमा कर दिया है। इन आवेदनों पर नियमानुसार विभाग निर्णय लेगा।