PMAY 2025:- पीएम आवास योजना का सर्वे पूरा, अब योग्य पात्रो को मिलेगा लाभ, जल्दी करें आवेदन 

PMAY 2025:- पीएम आवास योजना का सर्वे पूरा, अब योग्य पात्रो को मिलेगा लाभ, जल्दी करें आवेदन 

‎प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य देश के हर गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार को अपना पक्का घर उपलब्ध कराना है। इस योजना की शुरुआत 25 जून 2015 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने की थी। इसका मूल उद्देश्य यह था कि वर्ष 2022 तक हर भारतीय परिवार के पास एक पक्का घर हो, क्योंकि 2022 में भारत ने अपनी आज़ादी के 75 वर्ष पूरे किए।

‎इस योजना की मुख्य विशेषताएं क्या हैं?

‎प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी और ग्रामीण – दोनों क्षेत्रों के लिए अलग-अलग रूप में चलती है।

‎1. शहरी क्षेत्र के लिए – PMAY (Urban)

‎2. ग्रामीण क्षेत्र के लिए – PMAY (Gramin)

‎प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी)

‎PMAY (Urban) उन लोगों के लिए है जो शहरों या कस्बों में रहते हैं और जिनके पास खुद का घर नहीं है या बहुत ही जर्जर हालत में मकान है। इस योजना में निम्नलिखित चार प्रमुख घटक शामिल हैं।

‎1. In-situ Slum Redevelopment (झुग्गी झोपड़ी पुनर्विकास): झुग्गियों में रहने वालों को उसी जगह पर पक्के मकान उपलब्ध कराना।

‎2. Credit Linked Subsidy Scheme (CLSS): इस योजना में मकान बनाने या खरीदने के लिए लोन लेने पर सरकार ब्याज में सब्सिडी देती है।

‎3. Affordable Housing in Partnership (AHP): प्राइवेट बिल्डरों के साथ मिलकर गरीबों के लिए किफायती मकानों का निर्माण।

‎4. Beneficiary-led Individual House Construction (BLC): जिनके पास जमीन है लेकिन घर नहीं है, उन्हें खुद का पक्का मकान बनाने के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है।

प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण)

‎PMAY (Gramin) उन लोगों के लिए है जो गांवों में रहते हैं और जिनके पास पक्का मकान नहीं है या झोपड़ी में रहते हैं। इसके अंतर्गत केंद्र सरकार ग्रामीण गरीबों को घर बनाने के लिए आर्थिक सहायता देती है।

‎इस योजना में एक लाभार्थी को घर बनाने के लिए रु. 1.20 लाख से लेकर रु. 1.30 लाख तक की सहायता दी जाती है (क्षेत्र के अनुसार)। इसके साथ ही शौचालय बनाने के लिए भी अलग से सहायता दी जाती हैं।

‎इस योजना का लाभ किन्हें मिलता है?

PMAY का लाभ लेने के लिए कुछ शर्तें होती हैं:

‎1. आवेदक के नाम पर पहले से कोई पक्का मकान नहीं होना चाहिए।

‎2. परिवार की सालाना आय एक तय सीमा से कम होनी चाहिए (इस सीमा को तीन वर्गों में बांटा गया है – EWS, LIG और MIG)।

‎3. महिलाएं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, दिव्यांग और वृद्धों को प्राथमिकता दी जाती है।

PMAY के लाभार्थी वर्ग (Income Categories):

‎| वर्ग | वार्षिक आय सीमा | लाभ | |——|——————|——| | EWS (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) | 3 लाख रुपये तक | CLSS सब्सिडी | | LIG (निम्न आय वर्ग) | 3 से 6 लाख रुपये | CLSS सब्सिडी | | MIG-I (मध्यम आय वर्ग-I) | 6 से 12 लाख रुपये | CLSS सब्सिडी | | MIG-II (मध्यम आय वर्ग-II) | 12 से 18 लाख रुपये | CLSS सब्सिडी ।

‎PMAY का आवेदन बहुत ही सरल और ऑनलाइन माध्यम से किया जा सकता है। आवेदन करने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स हैं:

‎1. ऑनलाइन आवेदन करें:

‎वेबसाइट: https://pmaymis.gov.in/

‎“Citizen Assessment” पर जाएं और “For Slum Dwellers” या “Benefit under other 3 components” चुनें।

‎आधार नंबर डालें और जरूरी विवरण भरें।

‎आवेदन जमा करें और रसीद को सुरक्षित रखें।

‎2. कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) से भी आवेदन किया जा सकता है।

‎3. ऑफलाइन आवेदन: गांव के पंचायत कार्यालय या शहरी निकाय कार्यालय में जाकर आवेदन फॉर्म भर सकते हैं।

PMAY के अंतर्गत मिलने वाले लाभ क्या हैं?

‎1. ब्याज सब्सिडी: CLSS योजना के तहत होम लोन पर ब्याज दर में छूट मिलती है।

‎2. सरकारी अनुदान: मकान निर्माण के लिए सीधे बैंक खाते में पैसा आता है।

‎3. स्वामित्व की गारंटी: लाभार्थी को मकान का पूरा हक मिलता है।

‎4. महिलाओं को प्राथमिकता: मकान का मालिकाना हक महिला के नाम पर होना अनिवार्य है (या संयुक्त नाम में)।

‎5. बिजली, पानी, शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं भी मिलती हैं।‎

अब तक कितने लोगों को लाभ मिला है?

‎सरकार के आंकड़ों के अनुसार, 2024 तक प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहरी क्षेत्र में लगभग 1.20 करोड़ घरों को मंजूरी दी जा चुकी है और ग्रामीण क्षेत्र में 2.95 करोड़ से अधिक मकानों का निर्माण हुआ है।

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