शिक्षकों के तबादले में ऐसे भी बन रहीं जोड़ियां, ‘कुंडली’ मिलान के बाद लेन-देन की बात
उत्तर प्रदेश UP में शिक्षक पारस्परिक स्थानांतरण की प्रक्रिया अब पारंपरिक दायरों से बाहर निकलकर कुछ अलग राह पर भी चल पड़ी है। यहां कुछ जोड़ियों को बनाने की प्रकिया में नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है।कुछ शिक्षकों teacher के अंत: जनपदीय स्थानांतरण में आपसी सहमति और समान योग्यता और पद के (कुंडली) मिलान के बाद यह प्रक्रिया अब ‘दहेज’ जैसे लेन-देन का रूप ले चुकी है, जिसमें रुपये, कार-मोटरसाइकिल और अन्य सुविधाएं ऑफर offer की जा रही हैं।
गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, देवरिया, महाराजगंज और आसपास के जिलों District में एक सीट पर 10 से अधिक दावेदार सामने आ रहे हैं। सीट पर वर्तमान शिक्षक teacher दावेदारों के साथ अपनी कुंडली मिलाकर उनके ऑफर का मूल्यांकन कर रहे हैं। जो सबसे अधिक धनराशि या वस्तु देता है, उसे प्राथमिकता दी जाती है। एक शिक्षक ने शिक्षकों teacher के व्हाट्सएप ग्रुप WhatsApp group पर खुलेआम कहा कि मैं स्प्लेंडर बाइक और नकद देने के लिए तैयार हूं। इस तरह की बातचीत शिक्षक समूहों में आम हो चुकी है। पहले शिक्षकों teacher का स्थानांतरण अधिकारियों द्वारा किया जाता था। इस प्रक्रिया में अधिकारियों पर घूस लेने के आरोप लगते थे, लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। शिक्षक teacher ट्रांसफर प्रक्रिया में शामिल होकर पैसा Paisa वसूल रहे हैं।
बीएसए ऑफिस में पहुंचा एक मामला
हाल ही में कैंपियरगंज और सिद्धार्थनगर के शिक्षकों teacher के बीच हुआ एक मामला बीएसए BSA कार्यालय तक पहुंचा। कैंपियरगंज के एक शिक्षक teacher ने आरोप लगाया कि उससे सिद्धार्थनगर के शिक्षक द्वारा स्थानांतरण के लिए रुपये लिए गए, लेकिन यह सौदा रद्द कर दूसरे शिक्षक teacher से अधिक रकम लेकर दूसरे को सीट के लिए ऑफर दे दिया।
स्थानांतरण की प्रक्रिया
स्थानांतरण प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए जनपद स्तर पर एक समिति गठित की गई है। शिक्षकों teacher को स्वेच्छा से स्थानांतरण के लिए आवेदन करना होगा। प्राथमिकता केवल समान योग्यता और पद की समानता पर दी जाएगी। किसी भी विवाद की स्थिति में निर्णय महानिदेशक (स्कूल शिक्षा) द्वारा लिया जाएगा।